लोकसभा का मानसून सत्र देश व जन हित में हो, राजनैतिक रोटियां सेकने का अड्डा ना बनाएं नेता :- पर्वसागर
लोकसभा का मानसून सत्र देश व जन हित में हो, राजनैतिक रोटियां सेकने का अड्डा ना बनाएं नेता :- पर्वसागर
3 दिसम्बर 2021:- गणाचार्य श्री पुष्पदंत सागरजी द्वारा दीक्षित कड़वे-प्रवचन फेम व समाधिस्थ आचार्य क्रांतिकारी राष्ट्रसंत जैन मुनि तरुणसागरजी के एकमात्र शिष्य श्री पर्वसागर जी महाराज ने कहा कि संसद भवन लोकतंत्र का मंदिर है, मंदिर की मर्यादा पवित्रता का ख्याल रखना मंदिर के पुजारी का प्रमुख दायित्व हुआ करता है | बिगत 4 दिन हो गए लोकसभा में मानसून सत्र के और देश और देशवासियों को सुबह से लेकर शाम तक के सत्र में सिर्फ और सिर्फ हंगामा / तमाशा के अलावा निर्णयआत्मक देश, समाज या जनहित में हुए कोई निर्णय का नामुनिशान दूर दूर तक देखने सुनने को नहीं मिला | उन्होंने कहाँ कि सत्र आगामी कोरोना आदि से सुरक्षा चिकित्सा, गरीबों की , किसानों की समस्याओं के विषय में और विषम परिस्थिति में शिक्षा के क्षेत्र में हो शेष सत्र अर्थात देश व देशवासियों के उत्थान के लिए वरदान सिद्ध हो यह मानसून सत्र न् कि पक्ष -विपक्ष या पार्टी के निजी स्वार्थ के लिए | श्री पर्वसागरजी महाराज ने बेबाक तरिके से अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी दल के नेता इस बात को ना भूलें की आप सदन में या जीवन यापन में जो भी खर्च करते है वह सब अधिकतर आपके घर का पैसा नहीं है, देश का व देश की जनता की मेहनत व पसीने का पैसा है और उसका कर्ज आप अपना जन हित के कार्य करके ही अपना फर्ज निभाएंगे तो आपके और देश के हित में होगा इसलिए निजी स्वार्थ और पार्टी हित की नियत को साइड में रख अपनी शपथ में कहे हुए शब्दों को याद कर उन पर खरा उतरने का प्रयास करें | राजनीति स्वार्थ की रोटियां सेकना बंद करें सत्ताधारी | अन्यथा तख्त और वक़्त को बदलने में देर नहीं लगती और हाँ! समाज और समय को चुनौती देना आपको खतरे से कम नहीं |